इस आदेश के बाद शिक्षकों में नए ACS से एक नई उम्मीद जगी है। आपको बता दे कि डॉ0 एस0 सिद्धार्थ एक सुलझे हुए इंसान हैं और सिर्फ सख्ती में विश्वास नहीं रखते बल्कि सबको साथ लेकर चलने में विश्वास रखते हैं।
आपको या भी बता दें कि उन्हें पता चल चुका है कि निजी एजेंसी से बहाल BPM - BRP शिक्षकों का दोहन कर रहे हैं। इसलिए उनलोगों से अब जांच नहीं करने का आदेश जारी कर दिए हैं। अब देखने वाली बात है कि के के।पाठक वापस आते हैं तो ये बदलाव के नियम बरकरार रहती है या फिर के के पाठक ही वापस नहीं होते यें ये 30 जून के बाद पता लग जायेगा। फिलहाल शिक्षकों को अभी थोड़ी राहत मिली है।
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