बुधवार, 5 फ़रवरी 2025

Education department news : शिक्षकों को ACS एस सिद्धार्थ ने दी नई जिम्मेदारी, अब हर दिन करना होगा ये काम…

पटना :: बिहार में मिड डे मील को बेहतर बनाने के लिए शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव एस सिद्धार्थ ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को पत्र लिखा है. जिसमें मिड डे मील की दैनिक रिपोर्ट तैयार करने को लेकर निर्देश दिए गए हैं.
बिहार के सरकारी स्कूलों में मिड-डे मील को बेहतर बनाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है. इसके लिए शिक्षकों को अब रोजाना मिड-डे मील की रिपोर्ट तैयार करनी होगी, जिसमें बच्चों की संख्या और मेन्यू की जानकारी देनी होगी. इस संबंध में शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव एस सिद्धार्थ ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को पत्र लिखा है. जिसमें स्कूलों में मिड-डे मील योजना (कक्षा 1 से 8 तक) की गुणवत्ता और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के सख्त निर्देश दिए गए हैं.
प्रमाण पत्र में देनी होगी ये जानकारी:- 
इस आदेश के तहत प्रतिदिन मध्याह्न भोजन परोसने के बाद प्रधानाध्यापक और उपस्थित शिक्षकों को एक प्रमाण पत्र पर हस्ताक्षर करना अनिवार्य होगा. इस प्रमाण पत्र में भोजन की गुणवत्ता, बच्चों की उपस्थिति और किसी भी असहमति का ब्योरा दर्ज करना होगा. शिक्षा विभाग ने स्पष्ट किया है कि यह प्रमाण पत्र संबंधित तिथि के मध्याह्न भोजन सामग्री के बिल के साथ लगाकर विद्यालय में सुरक्षित रखा जाएगा. स्वयंसेवी संगठनों द्वारा संचालित योजनाओं के लिए पूरे महीने का प्रमाण पत्र जिला कार्यक्रम पदाधिकारी के पास जमा करना अनिवार्य होगा.

रिपोर्ट नहीं देने पर अनुपस्थित माने जाएंगे शिक्षक
अपर मुख्य सचिव ने निर्देश दिए हैं कि यदि कोई शिक्षक किसी तिथि विशेष पर भोजन की गुणवत्ता या बच्चों की संख्या से असहमत है तो उसे प्रमाण पत्र पर इसकी जानकारी देनी होगी. यदि कोई शिक्षक हस्ताक्षर नहीं करता है तो उसे अनुपस्थित माना जाएगा.

Also Read : बक्सर की बेटी ने बढ़ाया जिले का मान, जीता बेस्ट सीए एसोसिएशन का अवार्ड 

रिपोर्ट के बिना नहीं होगा भुगतान
शिक्षा विभाग का यह कदम मिड डे मील योजना में पारदर्शिता लाने और फर्जी उपस्थिति की समस्या को रोकने के लिए उठाया गया है. आदेश में कहा गया है कि मिड डे मील की रिपोर्ट हर दिन अनिवार्य रूप से तैयार करनी होगी. इसके बिना योजना से जुड़ा कोई भी भुगतान मान्य नहीं होगा. इस निर्देश से शिक्षकों और प्रधानाध्यापकों की जिम्मेदारी बढ़ गई है. शिक्षा विभाग का मानना ​​है कि इससे बच्चों को गुणवत्तापूर्ण भोजन मिलेगा और उन्हें योजना का पूरा लाभ मिलेगा.

मंगलवार, 4 फ़रवरी 2025

Physical_Teacher को लेकर बुरी तरह फंस चुकी है बिहार सरकार....! शारिरिक शिक्षकों की होगी बल्ले बल्ले ! सरकार को देना होगा 2 से ढाई लाख एरियर!

#बहाली से लेकर आवेदन तक में मिडिल का विकल्प, अब नियुक्ति पत्र पर रोक क्यों? वीडियो यहां 👇देखें।
https://youtu.be/AkUI5FgAswk

वर्ष 2006 से 2008 के बीच मिडिल स्कूल में एक-एक शारीरिक शिक्षकों की बहाली हुई थी। इन शिक्षकों को वेतन बेसिक ग्रेड का मिलता था। जब सक्षमता परीक्षा का आवेदन निकाला गया तो सक्षमता परीक्षा में पोर्टल पर भी इन शिक्षकों को 6ठी से 8वीं में ही आवेदन का विकल्प मिला। काउंसिलिंग के बाद अब इनका नियुक्ति पत्र रोक दिया गया है। जिले समेत सूबे के 1800 से अधिक शारीरिक शिक्षकों का यह मामला है।

शिक्षकों ने विभाग को इसे लेकर पत्र लिखा है कि इसमें गलती किसकी है। परीक्षा पास करने के बाद भी ये शारीरिक शिक्षक विशिष्ट शिक्षक नहीं बन सके हैं। शारीरिक शिक्षकों ने कहा कि मिडिल स्कूल में ही एक-एक शारीरिक शिक्षक का पद विभाग की ओर से निर्धारित किया गया था। प्राइमरी में शारीरिक शिक्षक का पद था ही नहीं। शिक्षकों ने कहा कि जब हम एक से पांच के शिक्षक थे तो सक्षमता परीक्षा के आवेदन में एक से पांच का विकल्प क्यों नहीं दिया गया।

●शिक्षक एक से पांच के तो आवेदन में विषय कोड 407 कैसे?

सक्षमता परीक्षा के आवेदन में एक से पांच में शारीरिक शिक्षक का कोई विकल्प ही नहीं था। छह से आठ में शारीरिक शिक्षक का विकल्प दिया गया था और उसका विषय कोड 407 था। इसी कोड पर परीक्षा ली गई। काउंसिलिंग के बाद इन शिक्षकों को औपबंधिक नियुक्ति पत्र भी छह से आठ का जारी किया गया। शिक्षकों ने कहा कि ऐसे शिक्षक जो एक से पांच में थे और छह से आठ का आवेदन भरे, उनके आदेश की आड़ में हम सभी का भी नियुक्ति पत्र रोका गया है। गलती विभाग की और खामियाजा सैकड़ों शिक्षक क्यों भुगतें।
Like, Share, subscribe, Folow

रविवार, 2 फ़रवरी 2025

भ्रष्टाचार, घुसखोड़ी के खिलाफ बिहार के सारे DEO/DPO/DPM/BPM/BRP पर जनहित याचिका सोमवार को होगी दर्ज👇

भ्रष्टा*चार, घुस×खोड़ी के खिलाफ बिहार के सारे DEO/DPO/DPM/BPM/BRP पर जनहित याचिका सोमवार को होगी दर्ज👇
https://youtu.be/rPgRoUXlBUI

आउटसोर्सिंग से बहाल कर्मी, जांच पदाधिकारी खुद भ्रष्टाचार में लिप्त और शिक्षकों को देते हैं #उपदेश👇

बिहार में महिला शिक्षक के हाथ पैर को जानवरों की तरह बांधा, मकान मालिक की हैवानियत

पूर्णिया में महिला शिक्षक को मकान मालिक ने खंभे से बांधकर बंधक बना लिया. आरोप है कि उसने कई महीने से किराया नहीं दिया था-घर से फेंका सामान
वीडियो यहाँ देखें 👇
https://www.facebook.com/share/p/1FL2vohRq6/
#पूर्णिया : बिहार के पूर्णिया जिले में एक मकान मालिक ने शिक्षिका को पिलर में बांध रखा था. उसके हाथ पैर किसी जानवरों की तरह खंभे से बंधे हुए थे. महिला टीचर बुरी तरह से कांप रही थी. वह बार बार गिड़गिड़ा रही थी लेकिन घर की मकान मालिकन घर खाली करने का दबाव बनान रहे थे.

मकान मालिक की दबंगई : इस तरह की सूचना मिलने पर पुलिस ने कसबा थाना क्षेत्र के वार्ड संख्या 14, टीनपनिया पहुंचकर उक्त महिला शिक्षक को मुक्त कराया. बताया जा रहा था कि महिला टीचर ने मकान का किराया नहीं दिया था जिसके चलते उसे बंधक बना लिया गया था.

पूर्णिया में महिला शिक्षक बंधक : जानकारी के मुताबिक, पीड़िता एक स्कूल में शिक्षिका के तौर पर कार्यरत हैं, कसबा के मदारघाट निवासी श्रवण साह के मकान में किराए पर रह रही थी. पिछले पांच महीनों से मकान का किराया न देने पर मकान मालिक ने महिला पर मकान खाली करने का दबाव बनाना शुरू किया. अंततः, श्रवण साह और उसके सहयोगी अनिल यादव ने महिला को कमरे में बंधक बना लिया और उसके हाथ-पैर बांधकर उसे कई घंटों तक बंधक रखा.

पुलिस ने शिक्षिका को छुड़ाया : स्थानीय लोगों की सूझबूझ से पुलिस ने महिला को मुक्त कराया : इस घटना की जानकारी स्थानीय लोगों को लगी, तो उन्होंने तुरंत कसबा थाना पुलिस को सूचना दी. पुलिस टीम मौके पर पहुंची और शिक्षिका को बंधक बनाने वाले मकान मालिक और उसके सहयोगी से मुक्त कराया. पुलिस महिला को अपने साथ थाना ले जाकर सुरक्षा दी.

पुलिस ने आरोपियों पर की कार्रवाई : कसबा थाना प्रभारी अजय अजनबी ने बताया कि ''महिला शिक्षिका ने मकान मालिक श्रवण साह और उसके सहयोगी अनिल यादव के खिलाफ लिखित शिकायत दी है, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया कि दोनों ने मिलकर उन्हें बंधक बनाया. पुलिस ने सभी आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली है. मामले की आगे की जांच शुरू कर दी है.''

हमें के खिलाफ महिला शिक्षिका ने उठाई आवाज, तो मिली गालियाँ और प्रताड़ना!

सीतामढ़ी: मंहथ विजयानंद गिरी उच्च माध्यमिक विद्यालय, मानिक चौक में महिला शिक्षिका मीनाक्षी कुमारी ने वित्तीय अनियमितता का विरोध ...